
झांसी:- उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय (बुंविवि) के कुलपति मुकेश पाण्डेय ने गुरूवार को आयोजित नवाकार कार्यक्रम में कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से युवा लेखकों को मंच मिल रहा है।
यहां विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में द झांसी राइटर्स और प्रज्ञा द लिटरेरी क्लब के संयुक्त तत्वावधान में “ नवाकार” कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे ने कहा कि नवोदित लेखकों को मंच देने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रज्ञा द लिटरेरी क्लब की शुरुआत की गई है। इस क्लब की मदद से भी नवोदित लेखकों को मंच दिया जा रहा है। मुख्य वक्ता के तौर पर मध्य प्रदेश के मशहूर कवि संदीप द्विवेदी मौजूद रहे। उन्होंने अपनी कविताओं से युवाओं का दिल जीत लिया।
इस कार्यक्रम में 10 नवोदित लेखकों द्वारा कविता पाठ किया गया। कार्यक्रम में 11 साल की युवा लेखिका आख्या अग्निहोत्री, द्वारा आज के समय में लड़कियों की परिस्थिति पर कविता पाठ किया गया। इसके अलावा हिन्दी के साथ ही बुन्देली भाषा में भी कविता पढ़ी गई। कविता पाठ करने वालों में मेघा शर्मा, उदित उपाध्याय, आशुतोष चौबे, नमन कौशिक, शुभम यादव, अभिषेक अवस्थी, प्रतीक्षा गुप्ता, सत्यम सोनी, आशीष राजपूत शामिल रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद झांसी मंडल के पूर्व आयुक्त डॉ. अजय शंकर पाण्डेय ने कहा कि हिंदी साहित्य और कविता में समय समय पर आवश्यकता अनुसार नई चीज़ें शामिल की गई हैं। भारतेंदु युग से लेकर छायावाद और प्रगतिशील काव्य इसका उदाहरण हैं। आज के समय में भी ऐसे एक नवोन्मेष की आवश्यकता है। “ नवाकार” उसी दिशा में एक कार्यक्रम है, यहां से निकले नवोदित लेखक हिंदी कविता को एक नया आयाम देने में अहम भूमिका निभायेंगे।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद राज्य मंत्री हरगोविंद कुशवाहा ने कहा कि नवोदित लेखकों को वर्तमान परिस्थिति और ज्वलंत पर पर कविता लिखनी चाहिए। राष्ट्रवाद और धर्म जैसे मुद्दों पर भी सरल भाषा में कविताएं लिखी जानी चाहिए जिससे युवा इनके बारे में बेहतर जान सके। विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रानी लक्ष्मीबाई के वंशज प्रभाकर पेशवे ने कहा कि युवाओं को सही और गौरवशाली इतिहास का अध्ययन करते रहना चाहिए। अपने साथियों के साथ भी इसे साझा करना चाहिए।
अतिथियों का स्वागत करते हुए द झांसी राइटर्स के संस्थापक आलोक पचौरी ने बताया कि इस संस्था की शुरूआत नवोदित लेखकों को मंच देने के लिए ही किया गया है। भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे । कार्यक्रम का संचालन महेश पटेरिया द्वारा किया गया। अतिथियों का आभार प्रो मुन्ना तिवारी ने ज्ञापित किया। इस अवसर पर डॉ उमेश कुमार, डॉ श्वेता पाण्डेय, डॉ शुभांगी निगम, राम सेवक अरजरिया, नितेश सोनी, वैभव सिंह आदि मौजूद रहे।