कोरोना मरीजों के लिए डेक्सामेथासोन एक संजीवनी बन कर उभरी है । पिछले चंद महीनों से दुनिया का सबसे बड़ा ड्रग ट्रायल आक्सफोर्ड युनिवर्सिटी में चलाया जा रहा है । इसी ड्रग ट्रायल में पाया गया कि डेक्सामेथासोन जिंदगी और मौत से जुझ रहे मरीजों के लिए संजीवनी साबित हुआ है। बता दें कि अध्ययन में बिभिन्न प्रकार के उपल्बध ड्रग्स का हिट एंड ट्रायल प्रक्रिया से इलाज ढुंढने की कयास लगाया जा रहा है । इसी ट्रायल के दौरान 2100 मरीज जो काफी गंभीर स्थिति में थे उन पर यह ड्रग कामगर साबित हुआ । अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि हर 8 गंभीर मरीजों में से 1 की जान बचा सकता है यह दवाई । हो सकता है कि आपको यह कोई बड़ी उपलब्धि नहीं लग रही हो पर अगर देश भर के आंकड़ों को देखेंगे तो पाएंगे कि यह दवाई हजारों लोगों की जान बचा सकती थी ।
यह ड्रग वेक्सीन एवं दवाई दोनों प्रकार में बाजार में काफी सस्ते दाम पर उपलब्ध है । इस अध्ययन के कारण दुनिया भर में डेक्सामेथासोन के डिमांड में बढ़ोतरी की उम्मीद लगाई जा रहा है । भारत में इस दवाई का भरपुर मात्रा में उत्पादन होता है अतः भारत के लिए निर्यात के द्वारा राजस्व अर्जित करने का अवशर है ।
हलांकि, अध्य्यनकर्ताओं ने यह भी बताया कि ऐसे मरीज जो गंभीर हालात में नहीं है, उन पर यह दवाई काम नहीं करेगी । अत: हमारे पाठकों से निवेदन है कि बिना किसी डाक्टर के निगरानी में इस दवाई का सेवन ना करें ।
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