
रांची:- विघ्नहर्ता गणेश चतुर्थी को लेकर सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गयी है। शनिवार को विघ्नहर्ता गणेश चतुर्थी को लेकर लोगों में खासा उत्साह है। पौराणिक कथाओं के अनुसार विघ्नहर्ता श्रीगणेश जी का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी के दिन ही हुआ था, इसलिए इस दिन से लेकर 10 दिन तक उनका जन्मोत्सव मनाया जाता है। गणेश जन्मोत्सव के दिनों में गणपति देवता की विशेष अर्चना की जाती है। इस वर्ष गणेश चतुर्थी पूजा का मुहूर्त है, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 21 अगस्त दिन शुक्रवार की रात 11 बजकर 02 मिनट से हो रहा है, जो 22 अगस्त दिन शनिवार को शाम 07 बजकर 57 मिनट तक रहेगी। श्रीगणेश चतुर्थी की पूजा हमेशा दोपहर के मुहूर्त में की जाती है क्योंकि गणेश जी का जन्म दोपहर में हुआ था। इस बार 22 अगस्त के दिन श्रीगणपति की पूजा के लिए दोपहर में 02 घंटे 36 मिनट का समय है। हम दिन में 11 बजकर 06 मिनट से दोपहर 01 बजकर 42 मिनट के मध्य विघ्नहर्ता विनायक की पूजा कर सकते हैं। इस बार कोरोना काल में सार्वजनिक जगहों पर गणपति स्थापना की मनाही हो सकती है। आप अपने घर पर ही गणपति की स्थापना करें। अगर संभव हो तो श्री गणेश की प्रतिमा का निर्माण घर पर ही करें।
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