सोमवार को दक्षिण-पूर्वी तुर्की और उत्तर-पश्चिमी सीरिया में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 8,000 लोग मारे गए और 10,000 से अधिक लोग घायल हुए । भूकंप का केंद्र पूर्वी तुर्की में एलाजिग प्रांत के सिव्रीस शहर के पास स्थित था। भूकंप के झटके ग्रीस, लेबनान, साइप्रस, इराक और मिस्र तक महसूस किए गए। यह क्षेत्र कई आफ्टरशॉक्स से प्रभावित हुआ है, और बचावकर्ता अभी भी मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं। तलाश जारी रहने से मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
दक्षिण-पूर्वी तुर्की और उत्तर-पश्चिमी सीरिया में आए विनाशकारी 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद बचाव अभियान आपातकालीन प्रतिक्रियाकर्ताओं के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। भूकंप ने इमारतों और बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचाया, जिससे आपातकालीन उत्तरदाताओं के लिए मलबे में फंसे लोगों तक पहुंचना और उन तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। इसके अलावा, शुरुआती भूकंप के बाद से इस क्षेत्र में कई आफ्टरशॉक्स आए हैं, जिससे और नुकसान और व्यवधान हुआ है। क्षेत्र में ठंडे सर्दियों के तापमान ने भी एक अतिरिक्त चुनौती पेश की है, क्योंकि जीवित बचे लोग भोजन , पानी और आश्रय तक पहुंच के बिना ठंडे तापमान में बाहर फंसे हुए हैं। खोज और बचाव अभियान जारी है, लेकिन संसाधनों और कर्मियों की कमी के कारण प्रतिक्रिया में बाधा आ रही है।
भारत ने अपने बचाव और राहत कार्यों में तुर्की की मदद करने के लिए मानवीय और तकनीकी दोनों सहायता प्रदान करने की पेशकश की है। भारत सरकार ने आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रयासों में सहायता के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और भारतीय सेना के विशेषज्ञों की एक टीम भेजी है। इसके अतिरिक्त, भारत ने भूकंप से प्रभावित लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए तुर्की में चिकित्सा विशेषज्ञों और आपातकालीन चिकित्सा आपूर्ति की एक टीम भी भेजी है। रिकवरी प्रयासों में मदद के लिए भारत तुर्की को वित्तीय सहायता भी प्रदान कर रहा है। भारत सरकार इस कठिन समय में तुर्की के लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है ।
First Indian C17 flight with more than 50 @NDRFHQ Search & Rescue personnel, specially trained dog squads,drilling machines, relief material, medicines and other necessary utilities & equipment reaches Adana,Türkiye.
Second plane getting ready for departure. @MevlutCavusoglu pic.twitter.com/sSjuRJJrIO
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 7, 2023
तूर्की ने भी भारतीय मदद की सराहना की है और भारत को मुश्किल वक्त में काम आने वाला सच्चा दोस्त कहा है।
“Dost” is a common word in Turkish and Hindi… We have a Turkish proverb: “Dost kara günde belli olur” (a friend in need is a friend indeed).
— Fırat Sunel फिरात सुनेल فرات صونال (@firatsunel) February 6, 2023
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