
जमशेदपुर:- झारखंड में सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर के आरआईटी थाना अंतर्गत एनआईटी कैपस के अंदर बस्ती में रहने वाले परिवार एक परिवार की महिला ने घर से बहू के भाग जाने पर इस विश्वास के साथ अपनी जीभ काटकर बाबा भोलेनाथ पर चढ़ा दी गयी कि ऐसा करने से उसकी बहू घर वापस लौट आयेगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आदित्यपुर के आरआईटी थाना क्षेत्र के एनआईटी कैंपस में एक बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के ठेकेदार अंदर काम करने के लिए दो वर्ष पहले यह परिवार पहुंचा था। बताया जाता है कि नरदु निराला की पत्नी लक्ष्मी निराला भोले शंकर की भक्त है और वह झाड़-फूंक पूजा पाठ में विश्वास करती है। वह अपने पुत्र शिवा निराला और बहू ज्योति निराला भी साथ में रहती है। 2 दिन पूर्व बहु ज्योति निराला अपने एक वर्षीय बच्चे को लेकर घर से भाग गई थी। जिसकी शिकायत परिवार वालों ने आरआईटी थाना में की लेकिन बहू के नहीं मिलने से परिवार आहत था। इधर लक्ष्मी निराला अंधविश्वास में विश्वास रखने के कारण उसने पूजा पाठ शुरू कर दी। उधर अंधविश्वास पर भरोसा करके उसने रविवार को ब्लेड से अपनी जीभ काट डाली और भोले बाबा को चढ़ा दी। लक्ष्मी और उसका पति को पूरा विश्वास है कि ऐसा करने से उसकी बहु चंद दिनों में ही वापस आ जाएगी। लेकिन इस घटना से लक्ष्मी पूरी तरह से घायल हो गई। जिसकी जानकारी आरआईटी पुलिस को होने पर उसे लहूलुहान हालत में एमजीएम अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन यहां भी लक्ष्मी ने भोले शंकर की तस्वीर के साथ कटा हुआ जीभ और ब्लेड को लेकर आई हुई थी। जीभ कटने के बावजूद लक्ष्मी को किसी तरह का दर्द का एहसास नहीं हो रहा था जो अस्पताल में चर्चा का विषय बना हुआ था। वैसे इस 21वीं सदी के कंप्यूटर युग में अंधविश्वास में आकर इस तरह की घटना को अंजाम देना अज्ञानता और जागरूकता की कमी को दर्शाता है।
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