
कोरोना संक्रमण के नये धमक के संकेत पर चर्चा जरूरी
रांची:- झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वीडियो कांफ्रेसिंग का संदर्भ वैक्सिन को लेकर लेकर था, लेकिन बड़े दुर्भाग्य की बात है कि ऐसे चीज को लेकर चर्चा और परिकल्पना हो रही है, जिसका फलाफल देश-दुनिया में नही आ पाया है। मतलब कुल मिलाजुला कर आप दूसरे काम में इंगेज हो जाइए, वह कब आएगा, उसका क्या असर होगा, इसका कुछ पता नहीं है। हेमंत सोरेन मंगलवार की देर शाम झारखंड मंत्रालय से बाहर निकलने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली चुनौती तो अभी यह है कि जिस तरीके से कोरोना के नये धमक मिलने के संकेत मिल रहे है, उस पर ज्यादा चर्चा होनी चाहिए, लेकिन उस पर चर्चा नहीं हुई है। एक प्रश्न के उत्तर में हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में कोरोना संक्रमण के अंकुश को लेकर उठाये जा रहे कदम पर राज्य सरकार की कड़ी नजर है, राज्य में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है, लेकिन लोगों को अभी विशेष सतर्कता बरतने की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भी यह कह रहे है कि वैक्सिन कब आएगा, यह काम वैज्ञानिकों का है, लेकिन अभी पूरी सतर्कता बरतने की जरूरत है। अभी यह भी देखने-सुनने को मिला है कि जिन इलाकों में कोरोना संक्रमण का प्रसार नहीं हुआ था, लॉकडाउन खुलने के बाद उन इलाकों में भी संक्रमण ने पांव पसारना शुरू कर दिया है, इसलिए सभी को अभी विशेष सावधानी और एहतियात बरतने की जरूरत है।
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