
दुमका:- दुमका जिले अत्यधिक वर्षा होने से झारखंड-पश्चिम बंगाल की सीमा पर स्थित मसानजोर डैम का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। लगातार हो रही भारी वर्षा से दुमका जिले की नदियां उफान पर है। शनिवार की सुबह यहां 70.80 मिली मीटर वर्षा हुई। इससे मसानजोर डैम में पानी का दबाव काफी बढ़ गया है। इसे देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने मसानजोर डैम के 21 में से 8 फाटकों को खोला है, इससे डैम के निचले हिस्से मेंपड़ने वाली दुमका जिले के रानीश्वर प्रखंड क्षेत्र की नदी लबालब भर गयी है और खेतों में पानी भर गया है।
गौरतलब है कि मसानजोर डैम झारखण्ड में है, लेकिन डैम का प्रबंधन पश्चिम बंगाल सरकार के पास है। डैम का खतरे का निशान 396 फीट है। डैम में अभी 390 फीट से ज्यादा पानी है। इसका जलस्तर 402 फीट पहुंचने पर डैम के सभी 21 गेट खोलने पड़ेंगे, जिससे दुमका जिले के रानीश्वर प्रखंड और पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में बाढ़ की नौबत सकती है।
डैम के 8 फ्लड गेट खोले गये हैं। एक गेट से एक घंटे में करीब हजार तीन सौ क्यूसेक पानी की निकासी हो रही है। वहीं डैम प्रबंधन ने 20 कर्मचारियों को यहां आपात ड्यूटी में तैनात किया है । वहीं रानीश्वर के किसानों की शिकायत है कि पिछले कई सालों से डैम का गेट खोले जाने के पहले अलर्ट जारी नहीं किया जा रहा है।
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