
मुंबई:- वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढोतरी होने और अमेरिका में प्रोत्साहन पैकेज की घोषणाओं को लेकर बनी अनिश्चितता के कारण बीते सप्ताह घरेलू शेश्यर बाजार ढाई फीसदी से अधिक फिसल गया और अगले सप्ताह भी वैश्विक कारक और कंपनियों के तिमाही परिणामों से बाजार की चाल तय होगी। समीक्षाधीन अवधि में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 2.63 प्रतिशत अर्थात 1071.43 अंक टूटकर 40 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 39614.07 अंक पर आ गया। इस दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 2.41 प्रतिशत अर्थात 287.95 अंक गिरकर 11642.40 अंक पर रहा। इस अवधि में बीएसई का मिडकैप 0.48 प्रतिशत अर्थात 71.48 अंक उतरकर 14904.62 अंक पर और स्मॉलकैप 1.63 प्रतिशत अर्थात 246.51 अंक टूटकर 14888.08 अंक पर रहा। विश्लेषकों का कहना है कि अभी भी वैश्विक स्तर पर कोरोना के मामलों में कोई कमी नहीं आयी है। इसके साथ ही अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बीच आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज जारी किये जाने की संभावना बहुत कम दिख रही है। इसका असर वैश्विक बाजार पर दिख सकता है। साथ ही घरेलू स्तर पर कंपनियों के तिमाही परिणामों के साथ ही अर्थव्यवस्था से जुड़े आंकड़ों का असर भी बाजार पर दिख सकता है।
More Stories
गणतंत्र दिवस पर गोरखा चौक में झंडोत्तोलन
कांग्रेस भवन में केशव महतो कमलेश ने किया झंडोत्तोलन
वर्ष 2021 नियुक्ति का वर्ष होगा, निजी क्षेत्रों में भी 75 प्रतिशत पद स्थानीय के लिए आरक्षित होगा : मुख्यमंत्री