झज्ञंसी:- उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से खेती और इससे जुड़े उद्यमों को प्रोत्साहन देने से बुंदेलखंड के युवाओं के बीच खेती की पढाई को लेकर रूझान बढ़ रहा है।
झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कृषि विभाग में संचालित पाठ्यक्रमों में बढ़ रही आवेदनों की संख्या से इस बारे में जानकारी मिलती है। युवाओं में खेती के प्रति बढ़ते क्रेज को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन सीटों की संख्या में बढ़ोत्तरी की तैयारी में है। न केवल लड़कों बल्कि लड़कियों में भी कृषि की पढ़ाई को लेकर रुझान बढ़ रहा है। जानकार मानते हैं कि खेती में विभिन्न तरह के नए प्रयोगों की वजह से रोजगार और स्वरोजगार को लेकर अवसरों की बढ़ती संख्या के कारण बुंदेलखंड में कृषि की पढ़ाई को लेकर रुझान बढ़ रहा है।
बुन्देलखंड विश्वविद्यालय में कृषि में बीएससी ऑनर्स में 240 सीटों पर प्रवेश के लिए इस साल 500 से अधिक आवेदन आये हैं जबकि कृषि की दस शाखाओं में एमएससी की 200 सीटों पर प्रवेश के लिए 286 से अधिक आवेदन आये हैं। कृषि में बीएससी ऑनर्स की 240 सीटों को बढ़ाकर 250 और एमएससी की 200 सीटों को बढ़ाकर 300 सीटें करने की तैयारी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय कर रहा है। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से सम्बद्ध अलग-अलग जनपदों में स्थित 23 महाविद्यालयों में कृषि की बीएससी और एमएससी 3000 से अधिक सीटों पर विद्यार्थी प्रति वर्ष प्रवेश ले रहे हैं। कृषि में विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों में लड़कियों की हिस्सेदारी लगभग 23 प्रतिशत जबकि महाविद्यालयों में लड़कियों की हिस्सेदारी लगभग 20 प्रतिशत है।
बुंदेलखंड में जैविक खेती, एग्रो प्रोसेसिंग सहित विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे प्रयोगों के चलते रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। सरकारी सेवाओं में भी कृषि डिग्री धारकों के लिए रोजगार के अवसर बढ़े हैं। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की दो छात्राओं का पिछले वर्ष लोक सेवा आयोग में चयन हुआ है। इसके अलावा यहां के विद्यार्थी उत्तर प्रदेश सरकार की तकनीकी सेवाओं में भी चयनित हो रहे हैं। बहुत सारे विद्यार्थी यहां से स्नातकोत्तर कर शोध की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं जबकि बहुत सारे विद्यार्थियों ने स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ाया है।
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान के एकेडमिक कोआर्डिनेटर डॉ. बी. गंगवार ने बताया कि प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड क्षेत्र में खेती से जुड़े कई तरह के प्रयोगों को बढ़ावा देने की ओर कदम बढ़ाया है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ने से कृषि की ओर रुझान बढ़ा है। कृषि से जुड़े कोर्सों में प्रवेश के लिए आवेदनों की संख्या बढ़ रही है और छात्राएं भी इसमें रूचि दिखा रही हैं। विद्यार्थियों के उत्साह को देखते हुए हम बीएससी और एमएससी दोनों ही पाठ्यक्रमों में इस बार सीटों की संख्या बढ़ाने जा रहे हैं, जिससे अधिक से अधिक विद्यार्थियों को अवसर मिल सके। एमएससी में जैविक खेती का नया कोर्स इस बार शुरू कर रहे हैं।

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