
नई दिल्ली:- सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के दोषी बलवंत सिंह राजोआना की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग पर सुनवाई टाल दी है। सोमवार को सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने कहा कि इस मसले पर फैसला लेने में कुछ और समय लग सकता है।
केंद्र सरकार ने कहा कि इस मामले का दूरगामी असर हो सकता है। सरकार ने इस पर विचार करने के लिए और समय देने की मांग की। उसके बाद कोर्ट ने केंद्र सरकार को दो हफ्ते का और समय दे दिया। पिछली 8 जनवरी को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा था कि वह पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के दोषी बलवंत सिंह राजोआना की फांसी को उम्रकैद में बदलने पर जल्द फैसला ले। कोर्ट ने कहा था कि 26 जनवरी अच्छा दिन है, उससे पहले राष्ट्रपति के पास फाइल भेज दें। बलवंत सिंह करीब 25 साल से जेल में है।
4 दिसम्बर 2020 को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा था कि वो राजोआना की सजा माफी का प्रस्ताव राष्ट्रपति के पास कब भेजेगी। चीफ जस्टिस ने कहा था कि केंद्र की यह दलील समझ से परे है कि दूसरे दोषियों की अपील लंबित होने की वजह से राजोआना की सजा माफी के प्रस्ताव को भेजने में विलंब हो रहा है। उन्होंने कहा था कि दूसरे दोषियों द्वारा लंबित याचिका का गृह मंत्रालय के फैसले पर कोई असर नहीं होगा। 2019 में गृह मंत्रालय ने गुरु नानक देव की 550वें पर्व उत्सव पर कुछ दोषियों को रिहा करने का फैसला किया था।
More Stories
Mann Ki Baat में बोले पीएम मोदी, तमिल भाषा नहीं सीख पाने का है मलाल
ISRO के सफलापूर्वक लॉन्च पर पीएम मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति को दी बधाई, बोले- यह ऐतिहासिक क्षण
एग्जाम देने वाले छात्रों से बोले पीएम मोदी, योद्धा की तरह करें परीक्षाओं की तैयारी