राँची:- शिव शिष्य हरिंद्रानंद फाउंडेशन के मुख्य सलाहकार श्री अर्चित आनंद ने जानकारी दी कि फाउंडेशन चीन निर्मित सामानों का बहिष्कार करेगी। यह निर्णय सीमा पर हो रहे भारतीय चीन विवाद को लेकर लिया गया है बता दें कि पिछले कुछ महीनों से लद्दाख में भारत और चीन की सेना आमने सामने हैं 15 और 16 जून को गलबान घाटी में हुई झड़प में भारत के 20 सैनिक सर्वोच्च बलिदान को प्राप्त हुए।वरेण्य गुरुभ्राता साहब श्री हरीन्द्रानंद जी ने वीरगति को प्राप्त भारतीय सेना के 20 जवानों के प्रति शोक व्यक्त किया। अतः एक जिम्मेदार भारतीय होने के कारण हम सभी का यह दायित्व बनता है कि हम किसी भी प्रकार से अपने दुश्मनों की सहायता ना करें।

श्रीआनंद ने यह भी बताया कि भारत और चीन के बीच में 57 बिलियन डॉलर का ट्रेड डिफिसिट है।जिसके कारण चीन को हर साल 57 अरब डॉलर का फायदा होता है। इसी आर्थिक शक्ति का धौंस चीन भारत पर दिखा रहा है। इसीलिए जरूरी है कि हम सभी भारतीयों को उसकी कमर तोड़ने के लिए हर संभव प्रयास करना होगा शिवशिष्य हरीन्द्रानंद फाउंडेशन भी इसी एक प्रयास को अंजाम देने की कोशिश कर रही है।

3 thoughts on “शिवशिष्य हरीन्द्रानंद फाउंडेशन ने लिया चीनी सामानों के बहिष्कार का निर्णय”
  1. ऐसा ही होना चाहिये चीन के साथ बिल्कुल सही बात है

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