
सिमडेगा:- उपायुक्त सिमडेगा श्री सुशांत गौरव के आदेशानुसार कोविड-19 संबंधित बहिष्कार, भेदभाव को मिटाने हेतु सिविल सर्जन डाॅक्टर पीके सिन्हा के अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। सिविल सर्जन ने बताया कि किसी व्यक्ति के संक्रमित हो जाने के बाद उनके साथ सामाजिक भेदभाव हो रहा है। सामाज में इस तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए। संक्रमित के ठीक होने के उपरांत उनसे सम्मानजनक व्यवहार हो। प्रायः देखा जा रहा है कि उन्हे बिमारी फैलाने का जिम्मेवार ठहराकर सामाजिक बहिष्कार किया जा रहा है। यह गलत है। इसके कारण लोग अपनी समस्याएं छिपातें है। लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं पर पहुचने एवं मदद लेने में देरी हो जाती हैं। जिससे प्रबंधन में कठिनाई आती है और जरूरी उपाये में देरी होती है। यह कार्य नहीं करना है। प्रायः कोविड-19 से संक्रमित लोग एवं उनके परिवार, डाॅक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, फिल्ड वकर्र, अस्पताल के कर्मी, सफाई कर्मी, जातिय अल्पसंख्यकों से संबंधित लोग, प्रवासी व्यक्ति से इस तरह का व्यवहार किया जाता है। इससे निवारण के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले लोगों के प्रयासों की सराहना करें। सोशल मीडिया पर किसी भी संदेश को अग्रेसित करने से पहले विश्वसनीय श्रोतों से कोविड-19 से संबंधित जानकारी को क्रोस चेक कर लें। भेदभाव करने पर संबंधित व्यक्ति पर सुसंगत धारा के तहत् कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
कार्यशाला में जिला नियंत्रण कक्ष पदाधिकारी मो0 शहजाद परवेज, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती सीमा दीपिका टोप्पो, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी श्रीमती रेणु बाला, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीमती मुक्तिरानी सिंह के अलावे अन्य पदाधिकारी उपस्थित थें।
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