छोटे-छोटे उद्यमियों और महिला समूहों का बाजार
रांची:- हाट-बाजार तो आप अक्सर घूमते होंगे । आपने हुनर हाट भी देखा। आज हम आपको आत्मनिर्भर हाट की सैर कराते हैं। यह छोटे-छोटे उद्यमियों की अपनी हाट है ,जो हर विकेंड पर रांची के अलग-अलग इलाकों मे सजता है। आजकल यह आत्मनिर्भर हाट खुब लोकप्रिय हो रहा है।
आत्मनिर्भर हाट के अध्यक्ष विभूति कुमार ने बताया कि उनकी संस्था की ओर से स्थानीय प्रोडक्ट को बाजार उपलब्ध कराने के लिए यह प्रयास शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि स्थानीय स्तर पर कई ऐसे उत्पाद तैयार किये जाते है, जिसमें मिलावट नहीं होते, लेकिन लोग आर्थिक समस्या और बाजार की उपलब्धता की जानकारी के अभाव में अपने बेहतरीन उत्पाद की बिक्री भी नहीं कर पाते है, इस कारण ऐसे लोगों को उनकी उत्पाद की बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराने के लिए आत्मनिर्भर हाट की व्यवस्था की गयी है।
इस हाट मे विशुद्ध देसी और हाथों से तैयार वो सारी चीजें मिलेग। जिसका दैनिक जीवन मे आप उपयोग करते हैं। दरअसल, यह वैसे छोटे-छोटे उद्यमियों या फिर, महिला समूहों का बाजार है। जो घर पर मिल-जुलकर जरूरत की चीजें तैयार करते हैं। महिला उद्यमी संगीता सिन्हा, अरूणा टोप्पो और मनीता जोजो ने बताया कि आत्मनिर्भर हाट में आने वाले लोग यह खुद कहते है कि बाजार में उपलब्ध कई ब्राण्डेड वस्तुओं में मिलावट होता है, लेकिन हाट में उपलब्ध वस्तुएं पूरी तरह से मिलावट से मुक्त होती है और वर्षां से चली आ रही परंपरागत विधि से तैयार की जाती है।
इस हाट मे मिलने वाले मसाले, पापड़, अचार हों या फिर, और दूसरी चीजें । ग्राहक खूब पसंद कर रहे हैं और तारीफ करते थकते नहीं है। वहीं आत्मनिर्भर हाट के इनके अपने इस नुस्खे के जरिए इन छोटे उद्यमियों को अच्छा-खासा बाजार मिल ही गया है । इनके उत्पादों का प्रचार-प्रसार हो रहा है सो अलग। यही नहीं, जहां यह हाट सजता है, वहां आस-पास के लोगों का यह भरपूर मनोरंजन भी करता है।
More Stories
बूथ और स्थानीय पंचायत समिति को करें प्रशिक्षित, योग्य कार्यकर्ताओं को दे जिम्मेवारी:धर्मपाल सिंह
रांची की रोशनी – सोलर लैंप सेल में दिखा लोगों का उत्साह
झारखंड में कांग्रेस-झामुमो का अघोषित आपातकाल:दीपक प्रकाश