हरदा:- हिंदी में सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए हिंदी के जाने-माने ललित निबंधकार तथा संस्कृति एवं कलाविद नर्मदा प्रसाद उपाध्याय की कृति ‘मालवा के भित्तिचित्र’ को राष्ट्रीय स्तर नवाजा गया है। हिंदी में लिखी उनकी इस कृति के लिए मध्यप्रदेश को राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार से केंद्रीय पर्यटन विभाग के द्वारा पुरस्कृत किया गया है।
इस पुरस्कार को मध्यप्रदेश की ओर से प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला और नर्मदा प्रसाद उपाध्याय ने कल नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीश धनगढ़ के मुख्य आतिथ्य में केंद्रीय पर्यटन मंत्री किशन रेड्डी और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट से प्राप्त किया।
हरदा निवासी नर्मदा प्रसाद उपाध्याय आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी तथा पंडित विद्यानिवास मिश्र की परंपरा के देश के सुप्रसिद्ध ललित निबंधकार हैं। साथ ही वे भारतीय चित्रांकन परंपरा के विद्वान हैं तथा लघुचित्रों के विशेषज्ञ के रूप में उनकी अंतर्राष्ट्रीय ख्याति है। संपादन और अनुवाद सहित उनके द्वारा चालीस से अधिक पुस्तकें लिखी गई हैं।
श्री उपाध्याय ने यूनीवार्ता को बताया कि मध्यभारत के भित्तिचित्रों के सर्वेक्षण का कार्य वे लगभग पच्चीस वर्षों से कर रहे हैं तथा मालवा की भित्तिचित्र परंपरा और बुन्देलखण्ड की चित्रांकन परंपरा पर उन्होंने काम किया हैं। इन दोनों कृतियों को मध्यप्रदेश के संस्कृति विभाग की जनजातीय लोककला एवं बोली विकास अकादमी के द्वारा प्रकाशित किया गया है। उनकी जिस कृति पर ये पुरस्कार प्रदान किया गया है ‘मालवा के भित्तिचित्रों की समृद्ध परंपरा’ वह दो सौ पृष्ठों में संजोई गयी है

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