
चतरा:- भारत सरकार के विद्युत अधिनियम 2020 निजीकरण के विरोध में चतरा विद्युत आपूर्ति प्रमंडल कार्यालय में विद्युत कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान विद्युत विभाग पदाधिकारी कर्मचारी समन्वय समिति के आह्वान पर जिले में कार्यरत विद्युत पदाधिकारियों और कर्मियों ने कार्यपालक अभियंता कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। मौके पर विद्युत कर्मियों ने नारेबाजी करते हुए बिजली विभाग के निजीकरण के निर्णय का विरोध कर सरकार से निर्णय वापस लेने की मांग की। मौके पर कर्मियों ने बताया कि सरकार के इस निर्णय से ना सिर्फ देश के करोड़ों विद्युत उपभोक्ताओं को भारी नुकसान होगा बल्कि बिजली विभाग को जीवन भर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले विद्युत कर्मियों को भी क्षति होगी। कर्मियों ने बताया कि समन्वय समिति के निर्णय के आलोक में उपभोक्ताओं और कर्मियों के हक और अधिकार की मांग को लेकर पूरे देश में एक साथ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। बावजूद अगर सरकार अपने निर्णय पर अडिग रहती है तो दिन रात मेहनत कर लोगों की सेवा में जुटे विद्युत कर्मियों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। आंदोलित कर्मियों ने सरकार से बिजली विभाग के नियम व शर्तों को ध्यान में रखते हुए जनहित में निर्णय लेने की अपील की है। विरोध प्रदर्शन में बिजली विभाग के जिलेभर में कार्यरत सहायक अभियंता व कनीय अभियंता के अलावे कार्यालय सहायक व अन्य कर्मी शामिल थे। इस दौरान आंदोलित विद्युत कर्मियों ने कार्यपालक अभियंता को एक मांग पत्र भी सौंपा।
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