मोतिहारी:- कार्यकर्ताओ से मिलने मोतिहारी पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने आज शहर के एक होटल में पत्रकारो से बात करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी के निर्णय पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि,बिहार में शराबबंदी फेल है।यहां शराबबंदी शब्द औचित्यहीन होकर रह गया है।
उन्होंन कहा कि शराबबंदी से आर्थिक ही नही समाजिक नुकसान भी हुआ है,बिहार में शराब निर्माण एक कुटीर उद्योग बन गया है।गांव गांव से गरीब गुरबा जेल जा रहे है।जनता में इस बात को लेकर गुस्सा व्याप्त है।यह बात मैंने बताई भी थी इसपर कोई प्रेस्टीज ईसू नही बनना चाहिए क्योंकी शराबबंदी से बिहार को राजस्व की भारी क्षति हुई है।आबकारी से साल में पंद्रह से बीस हज़ार करोड़ आता था। सात साल हो गए अब आप नुकसान जोड़ लीजिए।उन्होने कहा शराबबंदी केवल कानून बनाकर जेल में डाल देने से लागू नही होता है इसके लिए चेतना जगाना पड़ता है।
उन्होने स्वयं अपना उदाहरण देते हुए कहा कि मैं तो चाय,तंबाकू खैंनी या किसी प्रकार का नशा का सेवन नही करता हुँ तो क्या मैं कानून के डर से करता हूं। उन्होंने कहा कि लोहिया जी हमेशा कहा करते थे कि शराब को महज कानून बना देने से बंद नही किया जा सकता।इसके लिए जनजागरण करना पड़ेगा।उन्होने कहा कि नीतीश कुमार जिद्द के कारण बिहार बर्बाद हो रहा है।इसकी समीक्षा होनी चाहिए।