जापानी प्रधानमंत्री, फुमियो किशिदा, भारत के दौरे पे हैं ।बतौर प्रधानमंत्री यह उनका पहला भारतीय दौरा है, अत: यह लाजमी है कि यह दोनों देशों के सम्बंध के लिए यह दौरा काफी खास होगा । जापानी एवं भारतीय मिडिया द्वारा यह कयास लगाया जा रहा है कि जापानी प्रधानमंत्री भारत में 3 लाख 23 हजार करोड़ रुपए निवेश का ऐलान कर सकते हैं। यह खबर भारत के लिए अच्छी खबर तो है परंतु जापान भारत पर युक्रेन के समर्थन के लिए दबाव भी बना सकता है । बता दें कि रुस एवं युक्रेन युद्ध में भारत ने निष्पक्ष बने रहने का निर्णय लिया है। भारत क्वाड का अकेला सदस्य है जो रुस से कच्चा तेल खरीद रहा है एवं तमाम अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद भारत ने किसी का पक्ष लेने से इंकार कर दिया है ।