फिरोजाब:- प्राकृतिक गैस की कीमतों में हो रहे इजाफे का असर उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में कांच उद्योग पर पड़ रहा है। संकटग्रस्त कांच के कारखाने बंद होने लगे हैं।
फिरोजाबाद के कांच कारखानों की भट्टियों में ईंधन के रूप में प्राकृतिक गैस का प्रयोग किया जाता है। गैस की कीमतों में बदलाव से फिरोजाबाद में सप्लाई होने वाली आरएलएनजी गैस की दरों में करीब 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उद्यमियों का मानना है गैस की कीमतों में अभी और वृद्धि की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। इससे उद्यमी चिंतित है करवा चौथ और दिवाली के त्यौहार पर कांच की चूड़ी और गिलास आइटम की विशेष बिक्री के आर्डर रहते हैं। जिनकी बुकिंग काफी समय पहले से ही हो जाती है। कांच उत्पादों की लागत बढ़ने से पुरानी बुकिंग की आपूर्ति से उद्यमियों को भारी नुकसान हो रहा है।
फिरोजाबाद ग्लास सिंडिकेट के चेयरमैन हनुमान प्रसाद गर्ग का कहना है फिरोजाबाद के लघु उद्योग की ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है, क्योंकि नेचुरल गैस की कीमतें बढ़ने के साथ ही अन्य कच्चे माल और केमिकल की कीमतें भी बढ़ती जा रही है। इसकी वजह से कांच उत्पादक वस्तुओं की लागत बराबर बढ़ने से बाजार प्रभावित हो रहा है। गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार को फिरोजाबाद के कांच उद्योग को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है।
गैस की कीमतों के मूल्यांकन की जो प्रक्रिया है उसमें लघु उद्योगों के लिए पुनर्विचार किए जाने की आवश्यकता है, अन्यथा अधिकांश कारखाने बंद होने की स्थिति में आ जाएंगे। जिसकी वजह से त्योहार के समय पर मजदूरों के सामने बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो सकती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार परेशान उद्यमियों द्वारा सोमवार तक दस से अधिक कारखाने बंद किए जाने की जानकारी मिली है। अभी और भी कारखाने बंद हो सकते है।

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