
चतरा:- झारखंड के चतरा जिले में इन दिनों हाथियों के उत्पात से लोग काफी दहशतजदा हैं। ख़ौफ़ का आलम ऐसा है कि लोग डर से रात-रात भर सो नहीं पा रहे और लोगों के समक्ष मौत का साया मंडराता रहता है। जी हां हम बहरहाल बात कर रहे हैं जिले के ग्रामीण इलाकों का जहां गांवों में इन दिनों जंगली हाथियों का उत्पात बदस्तूर जारी है।
दरअसल जिले के दक्षिण वन प्रमंडल अंतर्गत सिमरिया वन क्षेत्र के कासियातु गांव में बीती देर रात जंगली हाथियों के झुंड ने जमकर में उत्पात मचाते हुए के कई घरों को निशाना बनाया। करीब एक दर्जन हाथियों के झुंड ने रघुनाथ गंझू, अयूब अंसारी व सीमा देवी के घरों को ध्वस्त कर दिया। इतना ही नही तीन मवेशियों को भी मार डाला। बात यहीं आकर नहीं रुकी, हाथियों ने घरों पर धावा बोलकर एक सौ से अधिक क्वींटल धान भी चट कर गए। केले के पौधों से लेकर आलू व सरसो के पौधों आदि को भी भारी नुकसान पहुंचाया गया। वही जिन ग्रामीणों के ऊपर हाथियों की गाज गिरी है उनके समक्ष दो जून की रोटी के भी लाले पड़ गए हैं।
बावजूद वन विभाग के अधिकारी मौन हैं। उनके द्वारा हाथियों को भगाने का न कोई मुकम्मल व्यवस्था की जा रही है और न ही उन्हें किसी प्रकार का मुवावजा दिया जा रहा है। स्थानीय ग्रामीण कहते हैं कि पूरी रात रतजग्गा कर बिताते हैं। मशाल जलाकर सारे गांव के लोग घर की रखवाली करते हैं। वहीं दूसरी ओर वन विभाग के फॉरेस्टर प्रभात कुमार ने आज पत्रकारों को बताया कि जंगल से हाथियों का झुंड भाग गया है। पीड़ित किसानों द्वारा आवेदन भी दिया गया है। कहा कि क्षति की जांच के बाद मुआवजा दिया जाएगा।
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