पटना:- राजधानी पटना समेत राज्य के कई जिलों में बारिश हो रही है। बिहार में अगले तीन दिनों तक मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। इसका फायदा सीधे किसानों को मिल रहा है। मौसम विभाग ने गुरुवार को बिहार के 18 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में मेघ गर्जन के साथ मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विभाग ने बारिश के साथ वज्रपात की भी आशंका जताई है। इस दौरान तापमान में भी तीन से चार डिग्री की गिरावट हो देखी जा सकती है। पूसा के वैज्ञानिकों के अनुसार बिहार में 18 सितम्बर तक मौसम का मिजाज इसी तरह रहेगा। संभावित जिलों में रुक-रुक कर अच्छी बारिश होगी। मौसम केंद्र ने जिन 18 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है, उनमें पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, शिवहर, सीतामढ़ी, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल है। इन जिलों में वज्रपात की आंशका है। मौसम विभाग ने लोगों से सावधान रहने की अपील की है। घर से बेवजह बाहर ना निकलने की सलाह दी है। पूसा के मौसम वैज्ञानिक डॉ ए सत्तार ने बताया कि बिहार में बारिश की संभावना बनी हुई है। इसलिए किसी खड़ी फसलों की सिंचाई फिलहाल स्थगित रखें। फसलों में कीटनाशी दवाओं का छिड़काव सावधानी पूर्वक आसमान साफ रहने पर ही करें। मक्का, खरीफ, प्याज, चारा एवं अन्य सब्जियों वाली फसलों में आवश्यकतानुसार नेत्रजन उर्वरक का व्यवहार करें।
उन्होंने बताया कि अगात बोयी गयी धान की फसल जो गाभा निकलने की अवस्था में आ गयी हो उसमें वर्ष के बाद 30 किलोग्राम नेत्रजन प्रति हेक्टेयर की दर से उपरिवेशन करें। धान की फसल जो दुग्धावस्था में आ गयी हो उसमें गंधी बग कीट की नियमित रूप से निगरानी करें। इस कीट के शिशु और प्रौढ दोनों जब पौधों में बाली निकलती है तो यह बालियों का रस चूसना प्रारंभ कर देती है, जिससे दाने खोखले एवं हल्के हो जाते हैं।