लखनऊ:- दो साल से अधिक समय तक दुनिया के सामने गंभीर चुनौती पेश करने वाले कोविड-19 से कमोबेश निजात मिल चुकी है लेकिन इसकी चपेट में आये लोगों के स्वास्थ्य को लेकर चिकित्सकों की राय समय समय पर सामने आती रहती है।
चिकित्सकों का मानना है कि कोरोना के बाद बाल झड़ने की समस्या आम हो चुकी है , हालांकि उन्होंने यह भी जोर दिया कि इससे विचलित होने अथवा किसी प्रकार के इलाज की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि कुछ समय के बाद बालों की ग्रोथ सामान्य हो जाती है।
लखनऊ में शुक्रवार से शुरू हुये ‘मिड डर्माकॉन-2022’ के पहले दिन एस्थेटिक्स और डर्मेटो सर्जरी पर चर्चा हुयी। इस मौके पर दिल्ली से आए डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. अनुराग तिवारी और डॉ. रजत कंधारी ने बताया कि बालों के गिरने की समस्या विटामिन्स और मिनरल्स की कमी से होती है। महिलाओं में आयरन की कमी से यह समस्या होती है।
उन्हाेंने बताया कि कोरोना या डेंगू होने के बाद तीन-चार महीने तक बाल झड़ते हैं। अग़र रोजाना 100-200 बाल गिर रहे हैं, तो डर्मेटोलॉजिस्ट से ज़रूर चेकअप कराएं। घरेलू नुस्खों के इस्तेमाल पर डॉ रजत ने कहा कि प्याज के रस में विटामिन वी-6 होता है। इसे लगाया जा सकता है लेकिन दही या अंडा बिल्कुल न लगाएं।
गुड़गांव से आए नामी लेजर एक्सपर्ट्स डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. सचिन धवन और डॉ. अनुज पाल ने कहा कि लेजर तकनीक से गहरे घेरे , झुर्रियों का इलाज बहुत ही आसानी से किया जा सकता है। हालांकि उन्होंने लेजर तकनीक को सबसे आख़िरी विकल्प भी बताया। साथ ही, कहा कि इसे किसी प्रोफेशनल से ही कराएं।
हैदराबाद के डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. राजेथा दमशेट्टी ने बताया कि स्वास्थ्य अच्छा नहीं होने से शरीर अच्छा नहीं दिख सकता। थॉयराइड एवं मधुमेह होने से शरीर अच्छा नहीं दिख सकता। गोरे दिखने में शौक में स्टेरॉइड क्रीम न लगाएं।
लखनऊ के डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. अबीर सारस्वत ने कहा कि बच्चे में फंगल इंफेक्शन होने पर उसे स्कूल जाने से तुरंत रोकें। किसी के संपर्क न लाएं। कोविड प्रोटोकॉल को ही अपनाएं।
कॉन्फ्रेंस में मुंबई, राजस्थान एवं हैदराबाद समेत देश के अलग अलग राज्यों के 1500 से अधिक डर्मेटोलॉजिस्ट मौजूद रहे।

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