रामगढ़:- झारखंड शिक्षा परियोजना के तहत बृहस्पतिवार को उपायुक्त रामगढ़ माधवी मिश्रा की अध्यक्षता में छत्तरमांडू स्थित टाउन हॉल भवन में जिला स्तरीय मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त माधवी मिश्रा, कार्यपालक दंडाधिकारी सह जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी डॉ मोहम्मद हुसैन, जिला शिक्षा पदाधिकारी कुमारी नीलम, जिला शिक्षा अधीक्षक संजीत कुमार व अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी का पुष्प देकर स्वागत किया गया जिसके उपरांत दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया ।
सम्मेलन के दौरान उपायुक्त माधवी मिश्रा ने कहा कि सरकार शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है इसी कड़ी में आज यहां झारखंड शिक्षा परियोजना के तहत जिला स्तरीय मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसका मुख्य उद्देश्य जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों व ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को सुधारने में आपकी भागीदारी सुनिश्चित करने एवं आपके द्वारा किए जाने वाले महत्वपूर्ण कार्यों के प्रति आपको जानकारी देना है।
उपायुक्त ने कहा कि आप सभी जनप्रतिनिधि विभिन्न माध्यमों से अपना योगदान देते हुए शिक्षा के स्तर को सुधारने में एक बड़ी कड़ी साबित हो सकते हैं, ग्रामीण क्षेत्रों से कई बार ऐसी सूचनाएं सामने आती है कि विद्यालय की मूलभूत संरचना ठीक नहीं है रामगढ़ जिला एक खनिज प्रधान जिला है जहां की अगर सही प्रक्रिया का पालन किया जाए तो खनिज निधि के माध्यम से विकास के कई कार्य किए जा सकते हैं। आप सभी से अपील है कि आप नियमित रूप से अपने क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के विद्यालय प्रबंधन समिति के साथ बैठक करें एवं विद्यालय के सुचारू रूप से संचालन हेतु जो भी कदम उठाए जाने हैं उसके लिए कार्य करें।अगर आपको लगता है कि किसी योजना से आपके क्षेत्र में ग्रामीणों व विद्यार्थियों को फायदा हो सकता है तो आप उसके लिए ग्राम सभा आयोजित कर ग्राम सभा के पास कराते हुए उसे प्रखंड विकास पदाधिकारी तक पहुंचाने का प्रयास करें ताकि जिला स्तर से जिला प्रशासन उस पर कार्यवाई कर सके उपायुक्त ने कहा कि सिर्फ विद्यालय ही नहीं आंगनबाड़ी केंद्रों सहित कई अन्य सार्वजनिक स्थल भी हैं जिनके माध्यम से आप गांव का विकास कर सकते हैं आप सभी को आज इस सम्मेलन में विभिन्न जानकारियों से संबंधित पुस्तिका उपलब्ध कराई गई है आप उसे पढ़ें एवं अगर आपको किसी प्रकार की दुविधा है तो उसके लिए संबंधित पदाधिकारी के साथ संपर्क करें।
उपायुक्त ने कहा कि एक समझदार और जिम्मेदार समाज के निर्माण के लिए यह बहुत जरूरी है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे, केवल स्कूल जाना ही नहीं बल्कि पढ़ाई पूरी करना भी जरूरी है। आज हम देखते हैं कि कई क्षेत्रों में महिलाएं देश का नाम रोशन कर रही हैं इसके बावजूद कुछ क्षेत्रों से आज भी यह खबर सामने आती है कि अभिभावक अपनी बच्चियों को सातवीं व आठवीं कक्षा के बाद स्कूल नहीं भेजते हैं आप सभी उन्हें इसकी जानकारी दें कि अगर वे अपनी बच्ची को विद्यालय नहीं भेजेंगे तो वह अपने जीवन में कभी भी सफल नहीं हो पाएगी। मौके पर उपायुक्त ने स्कूल ड्रॉपआउट कम करने व रिटेंशन रेट बढ़ाने को लेकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने के संबंध में भी सभी को जानकारी दी।