झांसी:- उत्तर प्रदेश के झांसी में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रशासन कई योजनाओं पर काम कर रहा है । इसके तहत ऐतिहासिक स्थलों के सौंदर्यीकरण के साथ साथ पयर्टकों के लिए सुविधाओं को विकसित करने का काम तेजी से किया जा रहा है ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बुंदेलखंड में पर्यटन से जुड़ी परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। झांसी को पर्यटन के लिहाज से विकसित करने के लिए झांसी नगर निगम और स्मार्ट सिटी की कई परियोजनाओं ने पर्यटकों को लुभाने की दिशा में सफलता हासिल की है। साथ ही कई परियोजनाएं यहां के ऐतिहासिक स्थलों को ध्यान में रखकर विकसित की जा रही हैं, जिससे पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा सके।
झांसी के नगर आयुक्त पुलकित गर्ग ने बताया कि झांसी को ईको टूरिज्म का केंद्र बनाने पर मुख्य फोकस है। मध्य प्रदेश के ओरछा और दतिया स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों तक इसी महीने इलेक्ट्रिक बस सेवा की शुरुआत हो जाएगी। नारायण बाग़ को प्राकृतिक रूप से विकसित किया जा रहा है। पर्यटन को लेकर जिस तरह की गतिविधियों पर फोकस किया जा रहा है, उससे निश्चित रूप से आने वाले दिनों में झांसी में रोजगार के अवसरों में भी बढ़ोत्तरी होगी।
पर्यटकों को सहूलियत देने के मक़सद से हुए कई प्रयासों ने सफलता हासिल की है। झांसी के किले में थ्री-डी लाइट एंड साउंड शो ने पर्यटकों की संख्या में इजाफा किया है। बेहतर कलर कॉम्बिनेशन के साथ झांसी के किले पर फसाड लाइटिंग की शुरुआत की गयी है। शहर के कई पार्कों में वाई-फाई की सुविधा शुरू की गयी है। ऐतिहासिक गणेश मंदिर के निकट स्थित पानी वाली धर्मशाला को विकसित कर इसमें फाउंटेन की स्थापना की गयी है। पर्यटकों की सुविधा के लिए पांच इलेक्ट्रिक कारों का संचालन किया जा रहा है, जो शहर के मुख्य पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराती है। झांसी में आने वाले पर्यटकों की मदद के लिए पांच स्थानों पर प्रदर्शनी मैदान, बस स्टैंड, लक्ष्मी ताल और राजकीय संग्रहालय में टूरिस्ट इन्फॉर्मेशन सेंटर और कियोस्क तैयार किया जा रहा है।
झांसी के नौ ऐतिहासिक दरवाजों उन्नाव गेट, झरना गेट, लक्ष्मी गेट, भांडेरी गेट, सैयर गेट, चांद गेट, बड़ागांव गेट, ओरछा गेट और दतिया गेट के सौंदर्यीकरण का काम किया जा रहा है। ऐतिहासिक झांसी के किले के चारों ओर लैंडस्केपिंग कराते हुए पाथवे में रेन गार्डन बनाने का काम चल रहा है। बुंदेलखंड की संस्कृति को बढ़ावा देने के मकसद से बुंदेलखंड कल्चर सेंटर पर काम चल रहा है। झांसी में स्थित ऐतिहासिक लक्ष्मी तालाब का सौंदर्यीकरण कर इसमें बोटिंग, वाटर फाउंटेन, फ़ूड कैंटीन, सर्कुलर पाथवे की सुविधा के साथ तालाब के बीचोबीच 20 फ़ीट ऊंची रानी लक्ष्मी बाई की ताम्बे की प्रतिमा लगाने की तैयारी है। इसी तरह शहर में स्थित सर्कुलर पाथवे फ़ूड कैंटीन, रात की लाइटिंग के साथ ही बीच में फोकल आइसलैंड पर स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित किया जाना है।

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