अररिया :-
जमीन विवाद में हुए नरसंहार की घटना से जिले के बैरगाछी ओपी क्षेत्र के अररिया बस्ती पंचायत के माधोपाड़ा गांव में सनसनी फैल गई है। अपराधियों ने वहशीपन की हद को पार करते हुए गुरुवार की देर रात घर में घुसकर तीन बच्चों सहित एक महिला की गला रेतकर हत्या कर दी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मृतका तबस्सुम गर्भवती थी। गला रेतने के बाद उसके पेट को भी चाकू से गोद दिया गया। जिस समय अपराधी इस वहशीपन को अंजाम दे रहे थे उस समय तबस्सुम का पति मोहम्मद आलम घर मे मौजूद नही था । जब उसने कमरे में कदम रखा तो खून की नदियां बह रही थीं। वह भागकर बस्ती में गया और पागलों की तरह चिल्लाकर घटना की जानकारी बस्तीवालों दी।घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई तबतक हत्यारे खिड़की के रास्ते कूदकर भाग निकलने में कामयाब हो गए ।
पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। गुप्त स्थान पर ले जाकर तीनों से पूछताछ चल रही है। तीनों ने बताया कि अंदर जिस वक्त हत्या हो रही थी , बाहर से भतीजों ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया था जिससे खिड़की के रास्ते अपराधी भाग गए। खिड़की टूटी थी।बैरगाछी ओपी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल अररिया भेजा है। इस वारदात के बाद पूरे गांव में तनाव व्याप्त है। हत्या का कारण भूभि विवाद बताया जाता है। मृतकों में तबस्सुम 30 वर्ष, आलिया तीन वर्ष, सबीर पांच वर्ष, समीर आठ वर्ष की हत्या की गई है।अररिया बस्ती के माधोपाड़ा में आने- जाने वाले का तांता लगा हुआ है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक हत्या की कहानी तब लिखी गई जब चार बीघे जमीन को लेकर डीसीएलआर के न्यायालय से एक दिन पहले फैसला हुआ था। उसी दिन हत्यारों ने पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दी थी । हत्या में सात लोग शामिल थे।हत्या के बाद जब आरिफ और मांझी चाकू से खून के निशान धो रहे थे कि तभी पुलिस ने दोनों को धर दबोचा।हत्या के बाद गांव में भारी आक्रोश है। लोगों की राय है कि अब पुलिस को बताए बिना हत्यारों को मार डालना है। सभी हत्यारे पोखरिया पंचायत के निवासी हैं।